Buffalo Breeds: शहरों में गाय और भैंस के दूध की मांग लगातार बढ़ रही है। लोग स्वस्थ रहने के लिए अपने आहार में कई तरह की चीजें शामिल करते हैं, जिनमें दूध का उपयोग सबसे ज्यादा होता है। अगर आप भी रोजगार की तलाश में हैं, तो भैंस की उन्नत नस्लों का पालन करके अच्छी कमाई कर सकते हैं। भैंस की कुछ नस्लें ऐसी हैं जो आपको लाखों रुपये कमाने का मौका दे सकती हैं।
इन्हीं नस्लों में से एक है भदावरी नस्ल (Bhadawari Buffalo) । यह नस्ल मुख्य रूप से मथुरा, आगरा और इटावा जैसे इलाकों में पाई जाती है। इस नस्ल की खासियत क्या है और किसान कैसे इसका पालन करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं, आइए जानते हैं।
भैंसों की संख्या में कमी
भारत में कुल दूध उत्पादन का लगभग 55 प्रतिशत, यानी करीब 20 मिलियन टन दूध, भैंस पालन से आता है। भदावरी भैंस उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ खास क्षेत्रों में पाई जाती है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में इस नस्ल की भैंसों की संख्या में कमी देखी गई है। फिर भी, अन्य नस्लों की तुलना में भदावरी भैंस का पालन करना आसान है, क्योंकि इनका वजन कम और आकार छोटा होता है।
कम संसाधनों में पालन
भूमिहीन किसान और गरीब पशुपालक भी कम संसाधनों में भदावरी भैंस का पालन कर सकते हैं। यह नस्ल किसी भी जलवायु में आसानी से ढल जाती है और कम चारा खाकर भी अच्छी गुणवत्ता वाला दूध देती है। पशुपालन के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे पशु के रहने की जगह हवादार हो, पशुशाला साफ-सुथरी हो, और पशुओं के भोजन व पानी की उचित व्यवस्था हो।
दूध बेचकर अच्छी कमाई
भदावरी भैंस के दूध में वसा की मात्रा काफी अधिक होती है, जिसके कारण यह बाजार में अच्छी कीमत पर बिक जाता है। इसके दूध में 14 से 18 प्रतिशत तक वसा पाई जाती है। एक ब्यांत (दूध देने की अवधि) में यह भैंस 800 से 1000 लीटर दूध देती है। इस तरह, किसान एक ब्यांत में 6 से 7 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।
बाजार में दूध और घी की कीमत
बाजार में भैंस के दूध की कीमत 60 से 70 रुपये प्रति किलो है। अगर एक भैंस एक ब्यांत में 1000 लीटर दूध देती है, तो किसान 70,000 रुपये तक कमा सकते हैं। इसके अलावा, भैंस के दूध से बने घी की बाजार में कीमत भी काफी अधिक है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय हो सकती है।
भदावरी भैंस का पालन करके किसान न केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि दूध की बढ़ती मांग को पूरा करने में भी योगदान दे सकते हैं।